Many people are without end entering into difficulties. Actually, They may be the sort to ask problems and hurdles anywhere they go. In case you are like these folks Then you really know that no matter what you may perhaps do and simply how much ever energy you would possibly put right into a task, it by no means gets done without problems!
कर्म और भाग्य यदि समानांतर चलें तो इंसान रंक से राजा भी बन सकता है. कई बार ऐसा होता है कि अथक परिश्रम करने के बावजूद भाग्य आपका साथ नहीं देता है जिस कारण आप मनमुताबिक सफलता नहीं हासिल कर पाते हैं. लेकिन अगर आप अपने भाग्य को चमकाना चाहते हैं तो अपनाएं ज्योतिष के ये नियम और बन जाएं मुकद्दर के सिकंदर.
शनि यंत्र को घर में भी लगाएं और अपने पर्स में भी रखें, ये आत्मविश्वास बढ़ाता है
वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय
पीपल के पेड़ पर रोज जल चढ़ाने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आपकी किस्मत के ग्रह दशा जो विपरीत हैं वह अनुकूल होते जाते हैं।
भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
लाल किताब के उपाय कब करना चाहिए और क्यों, जानिए
लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...
अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें !
वायव्य दिशा का वास्तु
सौरमंडल के सभी ग्रह कहीं न कहीं हमारे जीवन से भी जुड़े होते हैं। तभी तो इनका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर आयेदिन हमारे जीवन पर पड़ता है। get more info ज्योतिषियों से बात कीजिये तो वो भी यही कहते हैं कि यह ग्रह आपकी कुंडली में अच्छी स्थिति में जिससे आपको शुभ फल मिल रहे हैं और यह ग्रह पीड़ित अवस्था में है जिससे आपको जीवन में तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
घर का केंद्र रहे खाली : इस बात का ध्यान रहे कि आपके घर का केंद्रीय भाग या हिस्सा हमेशा खाली रहे। उस जगह पर कोई निर्माण नहीं करना चाहिए। इस जगह मंदिर जरूर बनवा सकते हैं। घर का यह हिस्सा ब्रह्मस्थान माना जाता है।
पांच ग्राम डली वाला सुरमा लें ! उसे किसी वीरान जगह पर गाड दें ! ख्याल रहे कि जिस औजार से आपने जमीन खोदी है उस औजार को वापिस न लायें !
यदि आपकी रकम कहीं फंस गई है और पैसे वापिस नहीं मिल रहे तो आप रोज़ सुबह नहाने के पश्चात सूरज को जल अर्पण करें !